संसार के कुरुक्षेत्र में धर्म पताका लहराती है, आत्मविश्वास से I संसार के कुरुक्षेत्र में धर्म पताका लहराती है, आत्मविश्वास से I
सच की माला जपने वाले इस जग के सारे जोगी झूठे थे! सच की माला जपने वाले इस जग के सारे जोगी झूठे थे!
वक़्त को ना पकड़ सका कोई वक़्त को ना थाम सका! वक़्त को ना पकड़ सका कोई वक़्त को ना थाम सका!
ख़्वाबों की, सर्द हवा तुम तक आए, ये जरुरी नहीं... ख़्वाबों की, सर्द हवा तुम तक आए, ये जरुरी नहीं...
एक गहन चिंतन के बाद मैंने पिताजी से पूछा- 'ये विविधता में एकता क्या है?' एक गहन चिंतन के बाद मैंने पिताजी से पूछा- 'ये विविधता में एकता क्या है?'
एक प्राचीन प्रथा, एक स्त्री की व्यथा बहुत पहले हमारे राजस्थान की कथा। एक प्राचीन प्रथा, एक स्त्री की व्यथा बहुत पहले हमारे राजस्थान की कथा।